सुरक्षित समाज में रहना हर नारी का बुनियादी हक

देश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और बढ़ रहे अपराध को लेकर अमर उजाला 100 मिलियन स्माइल्स के तहत बहादुरगढ़ क्षेत्र के रेनबो पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें सीओ डॉ.तेजवीर सिंह और बीईओ पंकज अग्रवाल ने छात्राओं को उनके अधिकारों और कानून के बारे में जानकारी दी।
अतिथि सीओ डॉ. तेजवीर सिंह और विशिष्ट अतिथि बीईओ पंकज अग्रवाल ने सरस्वती मां के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि सीओ डॉ.तेजवीर सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन 1090, 112 की सुविधा प्रदान की जा रही है। यदि छात्राओं को कोई भी परेशानी सामने आती है, तो वह इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल कर मदद ले सकती हैं। विशिष्ट अतिथि बीईओ पंकज अग्रवाल ने छात्राओं को बताया कि सरकार द्वारा बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाओं पर कार्य किए जा रहे हैं। वहीं कार्यक्रम में संचालन कर रहे कवि राजकुमार हिंदुस्तानी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर कविताएं प्रस्तुत कर बेटियों को जागरूक किया। अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य विनोद कुमार चौहान ने छात्राओं को आत्म निर्भर बनने और आत्मरक्षा के गुर सीखने के लिए प्रेरित किया।
सीओ डॉ. तेजवीर सिंह ने कहा कि अमर उजाला की यह पहल सराहनीय है। समाज में जागरूकता लाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आगे भी होते रहने चाहिए। शिक्षित बेटियां ही भारत का भविष्य हैं, बेटियों में सकारात्मकता का भाव होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने छात्राओं को 112, 1090 की पुलिस हेल्पलाइन की जानकारी दी। उन्होंने बेटियों के साथ हो रहे अत्याचारों से बचाव के लिए पॉवर एंजल्स की व्याख्या की।
बीईओ पंकज अग्रवाल ने कहा कि सनातन धर्म ने भी बेटियों की शिक्षा को जरुरी बताया है, साथ ही बेटियों की शिक्षा के लिए संरक्षकों को उन्हें अभिप्रेरित करना चाहिए। उन्होंने बेटियों के लिए चलाई जा रही सुमंगला योजना के लाभ भी बताए।
प्रधानाचार्य विनोद चौहान कहा कि समर्थ और शिक्षित बेटियां ही विकसित भारत का आधार बनेंगी। नारी शक्ति देश का भविष्य है। उन्होंने बेटियों की शिक्षा के लिए समाज के जागरूक होने की बात कही।
शिक्षिका कुमकुम शर्मा ने कहा कि समाज में लड़कियों के प्रति नजरिया बदला जा सकता है। लोग लड़कियों को कमजोर समझते हैं, पर यह नहीं जानते कि जिम्मेदारी का बोझ पड़ने पर बेटियां ऑटो रिक्शा, ट्रेन चलाने और प्लेन उड़ाने से भी पीछे नहीं हटतीं।
शिक्षिका शिवानी चौहान ने कविताओं के माध्यम से नारी सशक्तीकरण को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बेटियां अपने आप को कमजोर न समझें, क्योंकि जीवन उनके बिना संभव नहीं है।
छात्रा मुस्कान चौहान ने कहा कि अरुणिमा सिंह प्रत्येक बेटी के लिए आदर्श है, प्रत्येक बेटी में समाज को बदलने का जज्बा होना चाहिए। शिक्षित बेटियां ही समाज में बदलाव ला सकती हैं।
छात्रा ज्योति ने विदुषी गार्गी जैसी भारत की नारियों की शिक्षा के बारे में अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि बेटियां खेल, विज्ञान, साहित्य, कला आदि के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
छात्रा विन्नी तोमर ने कहा कि यदि बेटियों को शिक्षित किया जाएगा, तो इससे समाज ही नहीं अपितु राष्ट्र और विश्व भी शिक्षित बनेगा। सद्भावना, सामाजिक भाईचारा, शांति के लिए सभी का शिक्षित होना जरूरी है।
छात्रा गुंजन चौहान ने कहा कि एक शिक्षित महिला कई परिवारों को शिक्षा से जोड़ने का काम करती है। वर्तमान में हर क्षेत्र में महिला अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है।